ITR Filing 2025: आम गलतियाँ जो आप को भारी पड़ सकती हैं
वित्तीय वर्ष 2024-25 की समाप्ति के बाद अब सभी टैक्सपेयर्स के लिए ITR Filing का समय आ गया है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है जिसे समय पर और सही ढंग से करना ज़रूरी है, क्योंकि छोटी-छोटी गलतियाँ भी आपको बड़ा जुर्माना या नोटिस दिला सकती हैं।
आयकर विभाग अब तकनीकी रूप से पहले से कहीं ज़्यादा सक्षम हो चुका है और आपकी वित्तीय गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रखता है। इस लेख में हम चर्चा करेंगे उन आम गलतियों की जो ITR Filing के दौरान लोग अक्सर कर बैठते हैं और जिनसे बचना ज़रूरी है।

1. गलत ITR Filing फॉर्म का चयन
ITR Filing करते समय सबसे पहली और सामान्य गलती होती है गलत फॉर्म चुनना। उदाहरण के लिए, यदि आप सैलरीड हैं और आपके पास कैपिटल गेन भी है, तो ITR-1 नहीं बल्कि ITR-2 भरना चाहिए। गलत फॉर्म भरने पर आपकी रिटर्न को आयकर विभाग अस्वीकृत कर सकता है, जिससे आगे चलकर समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
2. बैंक अकाउंट की सही जानकारी न देना
ITR में बैंक अकाउंट की सही जानकारी देना बेहद ज़रूरी होता है, खासकर अगर आपको रिफंड मिलना है। कई लोग पुराने या बंद हो चुके खाते की जानकारी दे देते हैं, जिससे रिफंड मिलने में देरी होती है या वह वापस विभाग को लौट जाता है। ITR Filing 2025 में यह गलती न करें और केवल वैध, चालू और आपके PAN से लिंक्ड खाते की ही जानकारी दें।
3. TDS और फॉर्म 26AS का मिलान न करना
आपकी कमाई पर यदि TDS कटा है, तो उसका मिलान आपके Form 26AS से ज़रूर करें। कई बार कंपनियाँ या बैंक TDS तो काट लेते हैं लेकिन समय पर फाइल नहीं करते, जिससे वह रिफ्लेक्ट नहीं होता। ITR Filing से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपकी सारी कमाई और TDS की जानकारी सही है और मिलान कर चुकी है।
4. इनकम छुपाना या भूल जाना
कुछ लोग जानबूझ कर या अनजाने में इनकम के कुछ स्रोतों को डिक्लेयर करना भूल जाते हैं, जैसे कि FD पर मिलने वाला ब्याज, शेयर मार्केट से हुई कमाई, रेंटल इनकम इत्यादि। ITR Filing में अगर आप सभी स्रोतों से होने वाली इनकम को नहीं दिखाते हैं तो आपको नोटिस मिल सकता है या जुर्माना भी लग सकता है।
5. गलत या अधूरी पर्सनल डिटेल्स देना
कई बार लोग अपना नाम, PAN नंबर, डेट ऑफ बर्थ या एड्रेस गलत भर देते हैं। इससे न सिर्फ आपकी रिटर्न रिजेक्ट हो सकती है, बल्कि आयकर विभाग से कोई भी संवाद करने में समस्या आती है। ITR Filing 2025 करते समय अपने सभी व्यक्तिगत विवरणों को सावधानी से भरें और दोबारा चेक करें।
6. उचित दस्तावेज़ अपलोड न करना
कुछ खास मामलों में, जैसे कि कैपिटल गेन या विदेशी इनकम के मामले में दस्तावेज़ अपलोड करना आवश्यक होता है। यदि आप संबंधित दस्तावेज़ नहीं लगाते हैं, तो आपकी रिटर्न अधूरी मानी जा सकती है। इसलिए जब भी ज़रूरत हो, दस्तावेज़ स्कैन कर सही फॉर्मेट में अपलोड करें।
7. वेरिफिकेशन न करना
ITR Filing का काम सिर्फ रिटर्न भरने तक सीमित नहीं होता। उसे वेरिफाई करना भी उतना ही ज़रूरी होता है। ई-वेरिफिकेशन न करने पर आपकी रिटर्न प्रोसेस नहीं होती। ई-वेरिफिकेशन आप आधार OTP, नेट बैंकिंग या EVC के माध्यम से कर सकते हैं। ध्यान दें कि आपको ITR भरने के 30 दिनों के अंदर वेरिफिकेशन ज़रूर करना है।
8. डिडक्शन क्लेम में गड़बड़ी
धारा 80C, 80D, 80G आदि के तहत टैक्स बचाने के लिए आप जो कटौतियाँ (deductions) क्लेम करते हैं, उन्हें सही ढंग से फॉर्म में दर्शाना ज़रूरी होता है। कभी-कभी लोग अनुमान से या बिना दस्तावेज़ के क्लेम कर लेते हैं, जो कि नियम के खिलाफ है और टैक्स नोटिस का कारण बन सकता है।
9. पूर्व वर्ष की रिटर्न को भूल जाना
यदि आपने पिछले वर्ष की रिटर्न नहीं भरी है, तो इस साल की ITR Filing में उसे ज़रूर दर्शाएं। कई बार लोग पुरानी पेंडिंग रिटर्न्स को अनदेखा कर देते हैं, जिससे आगे चलकर विभाग से नोटिस आ सकता है या रिफंड रुक सकता है।
10. रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख टालना
आखिरी समय तक इंतजार करना भी एक बड़ी गलती है। आखिरी तारीख के आस-पास पोर्टल स्लो हो सकता है या नेटवर्क इशू आ सकता है, जिससे आपकी रिटर्न फाइलिंग छूट सकती है। लेट ITR Filing पर आपको लेट फीस, ब्याज और अन्य पेनल्टी भुगतनी पड़ सकती है।
✅ सुझाव और निष्कर्ष
ITR Filing 2025 एक जिम्मेदारी भरा काम है, जिसे सही ढंग से करना आपके आर्थिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। ऊपर बताई गई गलतियों से बचकर आप न केवल टैक्स नोटिस से बच सकते हैं, बल्कि एक क्लीन टैक्स रिकॉर्ड भी बनाए रख सकते हैं।
यदि आपको ITR भरने में जरा भी संदेह हो तो किसी योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट या टैक्स कंसल्टेंट की मदद लेना समझदारी होगी।
याद रखें, ITR Filing न केवल आपकी कानूनी ज़िम्मेदारी है, बल्कि यह आपके वित्तीय अनुशासन का भी संकेत है।